Online Transaction Scam Se kaise bache ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में स्कैम से कैसे बचे

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Online Transaction Scam Se kaise bache ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में स्कैम से कैसे बचे

डिजिटल इंडिया के दौर में ज्यादातर लोग ऑनलाइन शौपिंग, टिकेट बुकिंग, बिल पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज आदि सेवाओं का लाभ घर बैठे ऑनलाइन करना पसंद करते हैं। ऑनलाइन पेमेंट की प्रक्रिया में डेबिट कार्ड , क्रेडिट, अथवा इन्टरनेट बैंकिंग आदि के माध्यम से पेमेंट किया जाता है। ऑनलाइन पेमेंट सुविधा का लाभ उठाते वक्त कई बार क्रेडिट कार्ड ,डेबिट कार्ड डिटेल्स के हैक होने की घटना सामने आती है। जिससे हैकर्स द्वारा उनके कार्ड के डिटेल्स का प्रयोग करके  बैंक अकाउंट खाली कर दिया जाता है। मोबाइल नंबर हैक होने पर बैंक द्वारा भेजी गई ओटिपी को चोरी कर लिया जाता है। इस प्रकार से साइबर क्राइम के माध्यम से कई लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। आइये जाने इन समस्याओं से बचने के लिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते वक्त क्या सावधानियां बरतना आवश्यक है?

  Website selection for online transaction  ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए वेबसाइट का चयन 

ऑनलाइन  पैसे का लेन -देन करने के लिए वेबसाइट के युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) अर्थात वेबसाइट एड्रेस में http:// की जगह https://  लगा होना देखना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त वेबसाइट एड्रेस से पहले बंद ताला बना होना चाहिए। इन दोनों निशान बने होने का मतलब है कि ये वेबसाइट ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए सुरक्षित है। हैकर्स को इस साईट से डाटा चुराने के लिए पहले वेबसाइट की सुरक्षा व्यवस्था को भेदना होगा।

Create Hard Password  पासवर्ड कठिन बनाना चाहिए 

अपने इन्टरनेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड आदि का पासवर्ड हमेशा कठिन बनाना चाहिए।  पासवर्ड में कैपिटल और स्माल लैटर , नम्बर एवं स्पेशल करैक्टर (@,%,&) को मिलाकर बनाने से पासवर्ड का पता लगा पाना मुश्किल हो जाता है। इसके अतिरिक्त अपने फ्लैट नंबर , मोबाइल नंबर, जन्म दिन की तारीख, अपने वाहन नंबर को पासवर्ड में प्रयोग करने से हैकर्स के लिए पासवर्ड का पता लगाना संभव हो सकता है।

Card Details Secret rakhe कार्ड डिटेल्स गुप्त रखना चाहिए  

  • अपने क्रेडिट कार्ड नंबर, पिन नंबर, पासवर्ड, कार्ड एक्सपायरी डेट, डेबिट कार्ड सीवीवी नंबर, इन्टरनेट बैंकिंग पासवर्ड आदि किसी को बताना नहीं चाहिए।
  • इसके अतिरिक्त पब्लिक प्लेसेस के wifi का प्रयोग करके कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपके निजी डाटा की हैकिंग का खतरा हो सकता है।
  • किसी दूसरे के मोबाइल या लैपटॉप का प्रयोग करके किसी प्रकार का ऑनलाइन पेमेंट करने से बचना चाहिए। यदि करना आवश्यक हो तो लॉगआउट होने के बाद पेज (tab) को बंद कर देना चाहिए।

Use Of Antivirus Software एंटी वायरस सॉफ्टवेर का प्रयोग 

  • कंप्यूटर और स्मार्ट फ़ोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने से हैकर्स द्वारा मैलवेयर सॉफ्टवेर लिंक इनस्टॉल करना संभव नहीं हो पाता है। दरअसल हैकर्स द्वारा साइबर क्राइम करने के तरीकों में से एक है मालवेयर लिंक एसएमएस के माध्यम से मोबाइल नंबर  या ईमेल आईडी पर भेजना। इस लिंक पर यदि आपने अनजाने में क्लिक कर दिया, तो मालवेयर सोफ्टवेयर आपके मोबाइल में इंस्टाल हो जाता है। इस सोफ्टवेयर का एक्सेस हैकर्स के पास होता है। जिसके माध्यम से आपके मोबाइल या कंप्यूटर  के डाटा को चुराने में हैकर्स कामयाब हो जाते हैं। एंटीवायरस सॉफ्टवेर डिवाइस में मालवेयर सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल होने से रोकता है।
  • प्रोमो वाले फ्री एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करना खतरनाक हो सकता है। हैकर्स इस प्रकार के एंटीवायरस सॉफ्टवेयर के इनस्टॉल होने पर भी आपके डाटा की चोरी करने में सक्षम हो सकते हैं।

 Avoid Credit Card For Online Transactions  ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में क्रेडिट कार्ड के प्रयोग से बचें 

ऑनलाइन पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करने पर डाटा चोरी होने से ज्यादा नुकसान हो सकता है। क्योंकि क्रेडिट कार्ड के डिटेल्स की सहायता से हैकर्स आपके क्रेडिट लिमिट तक के अमाउंट को निकालने में सफल हो सकता है। किन्तु यदि आप डेबिट कार्ड का प्रयोग ऑनलाइन पेमेंट के लिए करते हैं और दुर्भाग्यवश आपके कार्ड की डिटेल्स हैक हो जाती है। तो हैकर्स बैंक अकाउंट में जितनी रकम होगी उतना हीं चुरा पायेगा।

अधिक जानकारी के लिए विडियो देखिये For more information watch video below:

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