Uttarakhand Kishori Shakti Yojana उत्तराखंड की किशोरी शक्ति योजना

Kishori Shakti Yojana, UK Kishori Shakti Yojana, उत्तराखंड की किशोरी शक्ति योजना, KSY kya hai,Uttarakhand KSY Training, rashtriya poshan mission, national nutrition mission, kendriya yojana, sarkari yojana, poshan abhiyan, uk govt scheme, uttarakhand yojana, mahila evam bal vikas yojana

uk kishori shakti yojana

Table Of Content

Uttarakhand Kishori Shakti Yojana उत्तराखंड की किशोरी शक्ति योजना

देश भर में राष्ट्रिय पोषण मिशन के तहत किशोरी शक्ति योजना का संचालन केंद्र सरकार द्वारा संचालित किया गया है इसी क्रम में उत्तराखंड में किशोरी शक्ति योजना स्कूल न जाने वाली 11-18 वर्ष की बालिकाओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गयी है। योजना के तहत बालिकाओं को किशोरावस्था में हार्मोनल बदलाव, व्यक्तिगत स्वच्छता, कौशल शिक्षा,सामाजिक जागरूकता एवं औपचारिक स्कूली शिक्षा आदि के विषय में प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे स्कूल न जाने वाली बच्चियाँ भी अपने पैरों पर खड़ी हो सके। यह योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा पहले मोनाल नाम से प्रदेश के कुछ जिलों में शुरू की गयी थी। किन्तु वर्ष 2018 से उत्तराखंड के सभी जिलों में किशोरी शक्ति योजना के नाम से शुरू की गयी है। योजना का संचालन प्रदेश के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है। सभी जिलों के आंगनबाड़ी कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश की 11-14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली लड़कियों में पोषक आहार वितरित किये जाते हैं।  उनमें एक वर्ष में 300 दिनों के हिसाब से 600 कैलोरी, 18 से 20 ग्राम प्रोटीन और पोषक तत्व वितरित किये जाने का प्रावधान किया गया है। यदि आप भी किशोरी शक्ति योजना का लाभ प्राप्त करना चाहती हैं तो आइये जाने योजना की जानकारी।

Uttarakhand Kishori Shakti Yojana kya hai उत्तराखंड किशोरी शक्ति योजना क्या है 

  • योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक जिले के आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा 11-18 वर्ष की किशोरियों के ग्रुप बनायी जाती है।
  • प्रत्येक समूह में स्कूल जाने वाली और स्कूल न जाने वाली लगभग 20 बच्चियों का समूह बनाया जाता है।
  • इन समूहों में से एक किशोरी को सखी चुनी जाती है।
  • इन सखियों को प्रशिक्षित ICDS (इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसेज) के स्वयं सेवक समूह के कर्मचारियों द्वारा प्रशिक्षित किया जाता है।
  • प्रशिक्षण पूरा होने पर इन्हें ट्रेनिंग किट और ट्रेनिंग डायरी दी जाती है। जिसकी सहायता से सखी अपने -अपने समूह की किशोरियों को प्रशिक्षित करती हैं।
  • ICDS (इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसेज) के स्वयं सेवक समूह के कर्मचारियों द्वारा प्रदेश के दूर -दराज के ग्रामीण क्षेत्रों की किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण का कार्य किया जाता है।
  • प्रत्येक महीने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किशोरी दिवस का आयोजन किया जाता है।
  • प्रशिक्षण के बाद यदि कोई किशोरी व्यवसायिक प्रशिक्षण जैसे- बेकरी, कंप्यूटर, डिजाइनिंग, ब्यूटीशियन आदि का प्रशिक्षण लेना चाहती है। तो योजना के तहत उसे प्रशिक्षण उपलब्ध करवाई जाती है।

Uttarakhand KSY Training उत्तराखंड किशोरी शक्ति योजना प्रशिक्षण 

  • योजना के तहत जिले के डीएम द्वारा चयनित स्वयं सहायता समूह की संस्था द्वारा शिविर के माध्यम से किशोरियों को बेसिक कंप्यूटर ज्ञान, सामान्य अंग्रेजी की शिक्षा देने की व्यवस्था की जाती है।
  • आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्वयं सहायत समूह के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा किशोरियों को सामाजिक जागरूकता जैसे – बैंक डेबिट कार्ड का प्रयोग करना, एटीएम से पैसा निकालना, बैंक अकाउंट में पैसा जमा करना, सामाजिक अपराध /लूटपाट / घरेलू हिंसा की रिपोर्ट   दर्ज करना , पोस्ट ऑफिस में अकाउंट खोलना आदि की जानकारी प्रदान की जाती है।
  • इसके अतिरिक्त किशोरावस्था में हार्मोनल बदलाव से हुए शारीरिक परिवर्तन मे स्वच्छता का महत्त्व/ संतुलित भोजन का महत्त्व आदि से सम्बंधित जानकारी प्रदान की जाती है।
  • गृह कौशल से सम्बंधित जानकारी जैसे – नवजात शिशु की देखभाल, गर्भावस्था में पोषण का महत्त्व एवं परिवार नियोजन से सम्बंधित जानकारी दी जाती है।
  • प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों से जुड़ी किशोरियों को किशोरी कार्ड दिया जाता है। जिसमें लम्बाई, और वजन के अनुपात में शरीर के लिए पोषक तत्वों की मात्रा का विवरण, जिले के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र का पता आदि जानकारी होती है।

उत्तराखंड किशोरी शक्ति योजना  की आधिकारिक पीडीएफ फाइल देखने के लिए लिंक पर क्लिक करिए।

अधिक जानकारी के लिए विडियो देखिये For more information watch video below:

अन्य योजनायें पढ़िए हिंदी में :

उत्तराखंड मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना

उत्तराखंड की दस नाली कृषि भूमि योजना

ऑनलाइन ट्यूटरिंग जॉब

 

 

 

 

 

Leave a Reply