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मध्य प्रदेश- माध्यमिक शिक्षा मंडल सीबीएससी परीक्षा योजना (MP-MSM Shiksha Mandal CBSE Pariksha Yojana)
मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों की 10 वीं और 12 वीं सीबीएससी बोर्ड की परीक्षा के रिजल्ट में पास होने वाले विद्यार्थियों के प्रतिशत में साल दर साल गिरावट को देखते हुए प्रदेश के शिक्षा विभाग ने वर्ष 2017 से प्रदेश के 9वीं और 11 वीं के पाठ्यक्रम को बदल कर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की (NCERT) के पाठ्यक्रम को लागू किया गया है। जिसके आधार पर थ्योरी के पेपर 75 अंक के एवं प्रैक्टिकल 25 अंक का होगा। प्रदेश के 9 वीं एवं 11 वीं के परीक्षा के पेपर को माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सेट किया जाएगा आइये जाने इस लेख के माध्यम से योजना की पूरी जानकारी ।
माध्यमिक शिक्षा मंडल सीबीएससी परीक्षा योजना का उद्देश्य (MSM Shiksha Mandal CBSE Pariksha Yojana ka Uddeshya)
मध्य प्रदेश के CBSE बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं के विद्यार्थियों के रिजल्ट में सुधार करने के उद्देश्य से CBSE बोर्ड के 9 वीं और 11 वीं कक्षा में चल रहे राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के पाठ्यक्रम को बदल कर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पाठ्यक्रम लागू किया गया है। ताकि विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षा के पैटर्न को समझ कर उसके अनुसार 10 वीं 12 वीं की परीक्षा की तैयारी कर सकें। जिससे मध्य प्रदेश के CBSE बोर्ड के कक्ष 10 एवं 12 के परीक्षा परिणाम को संतोषजनक स्थिति में पहुँचाया जा सके।
माध्यमिक शिक्षा मंडल सीबीएससी परीक्षा योजना के तहत बदलाव (MSM Shiksha Mandal CBSE Pariksha Yojana ke tht syllabus mein Badlaav)
- मध्य प्रदेश में 9 वीं और 11 वीं में चल रहर एमएसएम के पाठ्यक्रम में बदलाव के तहत एनसीईआरटी के सिलेबस को लागू किया गया।
- कक्षा 9 वीं एवं 11 वीं के परीक्षा पत्र स्कूल स्तर पर बनाए जाने के स्थान पर माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमएसएम) तैयार करेगा।
- दोनों कक्षाओं के परीक्षा के पेपर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के तर्ज पर तैयार होंगे। किन्तु परीक्षा के पेपर्स की जाँच स्कूल स्तर पर होगी।
- वर्ष 2018 से सभी प्रैक्टिकल या प्रोजेक्ट वाले विषयों के थ्योरी पेपर 75 अंक के और प्रैक्टिकल /प्रोजेक्ट 25 अंक के होंगे।
- प्रोजेक्ट/ प्रैक्टिकल के टॉपिक माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा दिया जाएगा। किन्तु मूल्यांकन की प्रक्रिया स्कूल स्तर पर की जायेगी।
- अब मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों के 9वीं एवं 11 वीं कक्षा के परीक्षा पत्र एक जैसे होंगे। क्योंकि प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा तैयार किया जाएगा।
- योजना के तहत माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा पेपर तैयार किये जाने पर 9 वीं एवं 11 वीं कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी से रूपए 80 शुल्क लिया जाएगा।
- स्कूलों में शिक्षकों की कमी एवं शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता में सुधार हेतु अथिति शिक्षक रखने की व्यवस्था पर भी प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा विचार किया जा रहा है।
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