Rozgar ki Padhai chale ITI Mission, mp mukhymantri ki rozgar ki padhai chale ITI Mission kya hai, rozgar ki padhai chale ITI mission ki visheshtaaye, smkakshta ka aashirwad ka uddeshy, rozgar ki padhai chale ITI mission
Table Of Content
MP Mukhyamantri ki Rozgar ki padhai chale ITI Mission । म.प्र. मुख्यमंत्री की रोज़गार की
पढ़ाई चलें आईटीआई मिशन
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश के युवा जनशक्ति का देश के विकास में योगदान प्राप्त करने के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के मिशन की शुरुआत की गयी है। इस मिशन को आगे बढ़ाने के क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अपने प्रदेश के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम रोज़गार परक शिक्षा देने हेतु रोज़गार की पढ़ाई चलें आईटीआई मिशन की शुरुआत 11 मई 2017 को किया गया है।
मिशन के तहत युवाओं को आईटीआई की शिक्षा से कौशल विकास प्राप्त कर रोज़गार प्राप्त करने के महत्त्व की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से समकक्षता का आशीर्वाद योजना को लागू किया गया है। इस प्रयास को अमल में लाने हेतु मिशन को चार चरण में क्रियान्वित किया जाएगा। इस मिशन के तहत स्कूल के विद्यार्थियों को आईटीआई से परिचित करवाया जाएगा। आईटीआई के शिक्षकों को स्कूलों भेजा जाएगा ताकि छात्र/छात्राएं आईटीआई के प्रशिक्षण के महत्व से अवगत हो सकें। जिससे प्रदेश के युवाओं का कौशल विकास हो सके और प्रदेश में बेरोज़गारी की समस्या पर काबू पाया जा सके। आइये जाने इस लेख के माध्यम से इस योजना की जानकारी।
रोज़गार की पढ़ाई चलें आईटीआई मिशन क्या है (Rozgar ki Padhai chale ITI Mission kya hai) :
इस मिशन के अंतर्गत समकक्षता का आशीर्वाद के तहत 8 वीं कक्षा पास आईटीआई के प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को 10 वीं कक्षा की शैक्षणिक योग्यता की मान्यता दी जायेगी तथा 10 वीं कक्षा पास आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को 12 वीं कक्षा की शैक्षणिक योग्यता की मान्यता दी जायेगी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ प्राप्त करने में आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को प्राथमिकता दी जायेगी। आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को रोज़गार प्रदान करने के लिए अलग प्लेसमेंट सेल बनाया जाएगा।
रोज़गार की पढ़ाई चलें आईटीआई की विशेषताएं (Rozgar ki Padhai chle ITI ki visheshtaye):
- मिशन के तहत मध्य प्रदेश के भोपाल जिले में 600 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय स्किल पार्क की स्थापना किये जाने का प्रावधान है।
- मध्य प्रदेश के दस आईटीआई में 40 करोड़ रूपए की लागत से स्टेट आफ दी आर्ट विभाग की स्थापना किया जाएगा।
- आईटीआई प्रशिक्षित युवाओं को राज्य सरकार की स्वरोजगार से सम्बंधित योजनाओं में प्राथमिकता दी जायेगी।
- राज्य सरकार द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र- छात्राओं को आधुनिकतम व्यवसाय की मांग के आधार कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- मध्य प्रदेश की आईटीआई में प्रशिक्षण की उच्च गुणवत्ता बनाये रखने के लिए संस्थान को आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं से युक्त किया जाएगा।
- 1.5 लाख युवाओं के कौशल प्रशिक्षण हेतु NSDC,DTE,DSD,CRISP,IGTR,Chitrkoot Univercity,IIFM,IISER और ATDC के साथ इंटेंशन टू स्किल एमओ यू किया गया है।
- आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों के एप्रेंटिसशिप के लिए अलग विभाग स्थापित किया गया है जिसमें केंद्र शासन की NAPS योजना के अंतर्गत 265 उधोगों में 22000 एपरेंटिस को पंजीकृत किया गया है।
योजना की अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए विडियो को देखिये For more information watch Youtube video below:
अन्य योजनायें पढ़िए हिंदी में :
- म.प्र. मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफ़ी योजना
- म.प्र. मुख्यमंत्री की रुक जाना नहीं योजना
- म.प्र. समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना-2016
- जन हेतु-जन सेतू मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री हेल्पलाइन योजना