मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना (Modi Sarkar Ki Ayushmaan Bharat Yojana)

modi sarkar ki ayushman bharat yojana,ayushman bharat yojana ke antrgt swasth kendro ki sthapna,ayushman bharat yojana ke liye bajat,ayushman bharat yojana ki visheshtaaye,ayushmaan yojana ke antrgt swasth kendr ki sthapna

Table Of Content

मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना (Modi Sarkar Ki Ayushmaan Bharat Yojana)

ayshmaan bharat image

 

देश की केंद्र सरकार जनता के स्वास्थ तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समय – समय पर अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन करती रहती है।इसी क्रम में मोदी सरकार के नेतृत्त्व में 2018-19 के बजट में आयुष्मान भारत  योजना की घोषणा की गयी है। 1 फरवरी 2018 को देश के वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा राष्ट्रिय बजट 2018-19 पेश किया गया। इस बजट में देश की वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार चिन्हित किये हुए आर्थिक रूप से कमजोर लगभग 10 करोड़ परिवार के स्वास्थ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रिय स्वास्थ सुरक्षा योजना के अंतर्गत, दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ सुरक्षा बीमा योजना आयुष्मान भारत योजना का अनावरण किया गया है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर और बेहतर स्वास्थ सुविधाओं का लाभ उठाने में असमर्थ प्रति परिवार के 5 लाख रूपए तक के अस्पताल खर्च का वहन सरकार द्वारा किया जायेगा। इस योजना के तहत रोगियों के माध्यमिक हेल्थकेयर स्वास्थ सुविधा और  तृतीय स्तर के (tertiary) हेल्थकेयर स्वास्थ सुविधा के 5 लाख रूपए तक का खर्च आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत वहन किया जायेगा।

माध्यमिक हेल्थकेयर (secondary health care) से तात्पर्य :

इस स्वास्थ सेवा के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के रोगियों को इलाज के लिए उच्च अस्पतालों के  विशेषज्ञों के पास भेजा जाता है। भारत में माध्यमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्लॉक स्तर पर जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को शामिल किया गया हैं।

तृतीयक हेल्थकेयर (Tertiary health care) से तात्पर्य :

इस के अंतर्गत प्राथमिक हेल्थकेयर तथा माध्यमिक हेल्थकेयर से रेफर (refer) किए हुए रोगियों की चिकित्सा होती है। भारत में  सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के अंतर्गत, तृतीयक देखभाल सेवा चिकित्सा महाविद्यालयों (Medical college) और उन्नत चिकित्सा अनुसंधान संस्थानों (advanced medical research institutes) द्वारा प्रदान की जाती है।

स्वास्थ केंद्र की स्थापना (Swasth kendr ki sthapna):

वित्तमंत्री ने बजट के अंतर्गत आयुष्मान भारत कार्यक्रम का वर्णन करते हुए आगे कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि देश के प्रत्येक राज्य  में एक एम्स या एम्स जैसी सुविधा वाली स्वास्थ संस्थान की स्थापना करना तथा प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कालेज का निर्माण करना है।आयुषमान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत 1.5 लाख स्वास्थ्य केंद्र को स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।

आयुष्मान भारत योजना की विशेषताएं (Ayushman Bharat Yojana Ki Visheshtaye)

  • इन केन्द्रों में टीबी जैसी घातक बीमारी के भी ईलाज की व्यवस्था होगी। जो पोषक तत्वों की कमी से होती है। ये बिमारी ज्यादातर गरीब परिवारों में होती है तथा इसकी दवा लम्बे समय तक चलती है। इसके साथ हीं माँ एवं शिशु के स्वास्थ के देखभाल तथा चिकित्सा की व्यवस्था होगी।
  • इन केन्द्रों में नि: शुल्क आवश्यक दवाओं और जाँच की सेवाएं भी उपलब्ध करायी जाएगी।
  • सरकार इन स्वास्थ केन्द्रों के संचालन की जिम्मेदारी CSR (कोआपरेटिव सोशल रिस्पांसिबिलिटी) तथा समाजिक सेवा ट्रस्ट को लेने के लिए आमंत्रित करेगी।
  • केंद्र सरकार द्वारा इस बजट सत्र में आयुष्मान भारत कार्यक्रम के लिए रूपए 1200 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया है। वित्तमंत्री ने कहा कि आगे इस योजना के बजट को और बढ़ाया जा सकता है।
  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच बढ़ाने के लिए, देश के मौजूदा जिला अस्पतालों को अपग्रेड करके 24 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है।
  • इस योजना के अंतर्गत हर 3 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कम से कम 1 मेडिकल कॉलेज और देश के प्रत्येक राज्य में कम से कम 1 सरकारी मेडिकल कॉलेज के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।

आयुष्मन भारत कार्यक्रम के तहत ये दो दूरगामी पहल नई भारत 2022 का निर्माण करेगी। इन योजनाओं के माध्यम से लाखों रोजगार भी पैदा होंगे, सरकार धीमी गति से मगर निश्चित रूप से स्वास्थ सुविधाओं के सार्वभौमिक सुधार के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है।

अन्य योजनाओं के बारे में जानिए

 

 

 

 

Leave a Reply