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जीएसटी क्या है ?
जीएसटी (GST) बिल एक Indirect टैक्स है। भारत के कर ढांचें में सुधार का एक कदम है।यह वस्तु एंव सेवा कर (Goods and Service Tax) जीएसटी एक एकीकृत कर है जो वस्तुओं और सेवाओं दोनों पर लगेगा। यह टैक्स अन्य टाक्सो को हटा देगा जो केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए है GST लागु होने से पूरा देश,एकीकृत बाजार में तब्दील हो जाएगा और ज्यादातर अप्रत्यक्ष कर जैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Excise), सेवा कर (Service Tax), वैट (Vat), मनोरंजन, विलासिता, लॉटरी टैक्स आदि जीएसटी में समाहित हो जाएंगे। इससे पूरे भारत में एक ही प्रकार का अप्रत्यक्ष कर लगेगा। केंद्र सरकार का दावा है इससे देश के विकास को रफ्तार मिलेगी और विकास दर नौ फीसदी पहुंच सकेगी ये संविधान में 122वा संशोधन है . इससे भारत में टैक्स सुधारो को लेकर आज़ादी के बाद से अब तक का सबसे मेहताबपुराण संवैधानिक संशोधन माना जा रहा है ।.
New GST Rate List
0% GST Rates Items –*
गेहूं, चावल, दूसरे अनाज, आटा, मैदा, बेसन, चूड़ा, मूड़ी (मुरमुरे), खोई, ब्रेड, गुड़, दूध, दही, लस्सी, खुला पनीर, अंडे, मीट-मछली, शहद, ताजी फल-सब्जियां, प्रसाद, नमक, सेंधा/काला नमक, कुमकुम, बिंदी, सिंदूर, चूड़ियां, पान के पत्ते, गर्भनिरोधक, स्टांप पेपर, कोर्ट के कागजात, डाक विभाग के पोस्टकार्ड/लिफाफे, किताबें, स्लेट-पेंसिल, चॉक, समाचार पत्र-पत्रिकाएं, मैप, एटलस, ग्लोब, हैंडलूम, मिट्टी के बर्तन, खेती में इस्तेमाल होने वाले औजार, बीज, बिना ब्रांड के ऑर्गेनिक खाद, सभी तरह के गर्भनिरोधक, ब्लड, सुनने की मशीन।
5% GST Rates Items –
ब्रांडेड अनाज, ब्रांडेड आटा, ब्रांडेड शहद, चीनी, चाय, कॉफी, मिठाइयां, खाद्य तेल, स्किम्ड मिल्क पाउडर, बच्चों के मिल्क फूड, रस्क, पिज्जा ब्रेड, टोस्ट ब्रेड, पेस्ट्री मिक्स, प्रोसेस्ड/फ्रोजन फल-सब्जियां, पैकिंग वाला पनीर, ड्राई फिश, न्यूजप्रिंट, ब्रोशर, लीफलेट, राशन का केरोसिन, रसोई गैस, झाडू, क्रीम, मसाले, जूस, साबूदाना, जड़ी-बूटी, लौंग, दालचीनी, जायफल, जीवन रक्षक दवाएं, स्टेंट, ब्लड वैक्सीन, हेपेटाइटिस डायग्नोसिस किट, ड्रग फॉर्मूलेशन, क्रच, व्हीलचेयर, ट्रायसाइकिल, लाइफबोट, हैंडपंप और उसके पार्ट्स, सोलर वाटर हीटर, रिन्यूएबल एनर्जी डिवाइस, ईंट, मिट्टी के टाइल्स, साइकिल-रिक्शा के टायर, कोयला, लिग्नाइट, कोक, कोल गैस, सभी ओर (अयस्क) और कंसेंट्रेट, राशन का केरोसिन, रसोई गैस।
12% GST Rates Items –
नमकीन, भुजिया, बटर ऑयल, घी, मोबाइल फोन, ड्राई फ्रूट, फ्रूट और वेजिटेबल जूस, सोया मिल्क जूस और दूध युक्त ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड/फ्रोजन मीट-मछली, अगरबत्ती, कैंडल, आयुर्वेदिक-यूनानी-सिद्धा-होम्यो दवाएं, गॉज, बैंडेज, प्लास्टर, ऑर्थोपेडिक उपकरण, टूथ पाउडर, सिलाई मशीन और इसकी सुई, बायो गैस, एक्सरसाइज बुक, क्राफ्ट पेपर, पेपर बॉक्स, बच्चों की ड्रॉइंग और कलर बुक, प्रिंटेड कार्ड, चश्मे का लेंस, पेंसिल शार्पनर, छुरी, कॉयर मैट्रेस, एलईडी लाइट, किचन और टॉयलेट के सेरेमिक आइटम, स्टील, तांबे और एल्यूमीनियम के बर्तन, इलेक्ट्रिक वाहन, साइकिल और पार्ट्स, खेल के सामान, खिलौने वाली साइकिल, कार और स्कूटर, आर्ट वर्क, मार्बल/ग्रेनाइट ब्लॉक, छाता, वाकिंग स्टिक, फ्लाईएश की ईंटें, कंघी, पेंसिल, क्रेयॉन।
18% GST Rates Items –
हेयर ऑयल, साबुन, टूथपेस्ट, कॉर्न फ्लेक्स, पेस्ट्री, केक, जैम-जेली, आइसक्रीम, इंस्टैंट फूड, शुगर कन्फेक्शनरी, फूड मिक्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स कंसेंट्रेट, डायबेटिक फूड, निकोटिन गम, मिनरल वॉटर, हेयर ऑयल, साबुन, टूथपेस्ट, कॉयर मैट्रेस, कॉटन पिलो, रजिस्टर, अकाउंट बुक, नोटबुक, इरेजर, फाउंटेन पेन, नैपकिन, टिश्यू पेपर, टॉयलेट पेपर, कैमरा, स्पीकर, प्लास्टिक प्रोडक्ट, हेलमेट, कैन, पाइप, शीट, कीटनाशक, रिफ्रैक्टरी सीमेंट, बायोडीजल, प्लास्टिक के ट्यूब, पाइप और घरेलू सामान, सेरेमिक-पोर्सिलेन-चाइना से बनी घरेलू चीजें, कांच की बोतल-जार-बर्तन, स्टील के ट-बार-एंगल-ट्यूब-पाइप-नट-बोल्ट, एलपीजी स्टोव, इलेक्ट्रिक मोटर और जेनरेटर, ऑप्टिकल फाइबर, चश्मे का फ्रेम, गॉगल्स, विकलांगों की कार।
28% GST Rates Items –
कस्टर्ड पाउडर, इंस्टैंट कॉफी, चॉकलेट, परफ्यूम, शैंपू, ब्यूटी या मेकअप के सामान, डियोड्रेंट, हेयर डाइ/क्रीम, पाउडर, स्किन केयर प्रोडक्ट, सनस्क्रीन लोशन, मैनिक्योर/पैडीक्योर प्रोडक्ट, शेविंग क्रीम, रेजर, आफ्टरशेव, लिक्विड सोप, डिटरजेंट, एल्युमीनियम फ्वायल, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर, डिश वाशर, इलेक्ट्रिक हीटर, इलेक्ट्रिक हॉट प्लेट, प्रिंटर, फोटो कॉपी और फैक्स मशीन, लेदर प्रोडक्ट, विग, घड़ियां, वीडियो गेम कंसोल, सीमेंट, पेंट-वार्निश, पुट्टी, प्लाई बोर्ड, मार्बल/ग्रेनाइट (ब्लॉक नहीं), प्लास्टर, माइका, स्टील पाइप, टाइल्स और सेरामिक्स प्रोडक्ट, प्लास्टिक की फ्लोर कवरिंग और बाथ फिटिंग्स, कार-बस-ट्रक के ट्यूब-टायर, लैंप, लाइट फिटिंग्स, एल्युमिनियम के डोर-विंडो फ्रेम, इनसुलेटेड वायर-केबल।
कृषि क्षेत्र पर जीएसटी का प्रभाव: GST से किसानों पर बुरा पड़ने की उम्मीद है। एक जुलाई से लागू हो रहे जीएसटी के तहत गेहूं, चावल, आटा, मैदा, गुड़, दूध, खुला पनीर, ताजे फल-सब्जियां, नमक, खेती में इस्तेमाल होने वाले कुछ औजार, बीज, बिना ब्रांड के ऑर्गेनिक खाद आदि कर पहले की तरह शून्य हैं। इनमें से बीज और औजार को छोड़कर ज्यादातर चीजें किसान खुद उगाता है यानि बाजार से नहीं खरीदता लेकिन ब्रांडेड बेड, ब्रांडेड आटा, चीनी, चाय, कॉफी, मिठाइयां, प्रोसेस्ड/फ्रोजन फल-सब्जियां, पैकिंग वाला पनीर, मसाले जूस, जड़ी-बूटी, नमकीन घी, ड्राई फ्रूट, फल और सब्जी जूस, उवर्रक, जेम जैली, कीटनाशक, प्लास्टिक के पाइप और इलेक्टिक मोटर महंगे हो जाएंगे।
‘जीएसटी से महंगा होगा खेती करना पेस्टीसाइड और फर्टीलाइजर्स के बढे दाम:फर्टीलाइजर्स के दाम भी ५ से ७ फीसदी बढ़ जायेंगे ।जिससे किशानो की लागत बढ़ जायेगी ।अभी तक फर्टीलाइजर्स 0 से 8 फीसदी के टैक्स स्लैब में थे। लेकिन, जीएसटी के बाद ये 12 फीसदी के स्लैब में आ जाएंगे।यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसका बोझ किसानों पर पड़ेगा और कृषि लागत में बढ़ोतरी होगी। इससे फ़र्टिलाइज़र के मूल्य में 5-7% वृद्धि होगा। अगर सरकार सब्सिडी नहीं बढ़ाएगी तो ये बोझ किसान पर आएगा।जीएसटी में एग्रीकल्चर सेक्टर के दूसरे सबसे जरूरी आइटम पेस्टीसाइड को 18 फीसदी टैक्स स्लैब में रखा गया है। पहले पेस्टीसाइड भी 5 से 14.5 फीसदी टैक्स स्लैब में आते थे। भारत में हर साल लगभग 50 हजार टन विभिन्न तरह के पेस्टीसाइड इस्तेमाल होते है।जीएसटी से कर्ज में डूबा किसान और भी कर्जदार हो जाएगा। किसानों को खेती करने के लिए जो भी चीजें बाजार से खरीदनी पड़ती हैं, सभी महंगी हो जाएंगी, लेकिन किसान का उत्पाद सस्ता हो जाएगा। इससे किसानों की लागत नहीं निकल पाएगी।
किसान की कमाई पैर टैक्स : 2015-16 में भारत का दुग्ध उत्पादन 160.35 मिलियन टन था, जो 2014-15 में 146.31 मिलियन था। वर्तमान में केवल 2% वैट दूध और कुछ दूध उत्पादों पर लगाया जाता है | लेकिन एक बार जीएसटी को 12% की अपेक्षित दर से लागू किया जायेगा जिससे दूध से बने प्रोडक्ट तो महंगे हो जाएंगे पैर दूध उतने का उतना ही रहेगा ।यही वजह है कि कर्जमाफी और अपनी उपज के उचित मूल्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को एक जुलाई की चिंता सताने लगी है।जीएसटी किसी कीमत पर किसान हितैषी नहीं है। इससे किसानों को अतिरिक्त टैक्स देना पड़ेगा, जो छूट मिल रही है वह समाप्त हो जाएगी
ये चीजें होंगी महंगी, किसान पर ऐसे होगा असर
वस्तु |
जीएसटी दर |
फर्टीलाइजर्स महंगे होने से एग्रीकल्चर कॉस्ट बढ़ेगी |
फर्टीलाइजर्स |
12% |
पेस्टीसाइड महंगे होने से लागत में बढ़ोतरी होगी |
पेस्टीसाइड |
18% |
ट्रैक्टर के अलावा अन्य कृषि उपकरण भी महंगे होंगे |
टैक्टर |
12% |
टायर महंगे होंगे जिसका कृषि उपकरणों के टायरों पर भी असर होगा |
रबर |
28% |
प्लास्टिक पाइप महंगे होने से सिंचाई, ट्यूबवैल निर्माण महंगा हेागा |
प्लास्टिक पाइप |
28% |
इलेक्ट्रिक मोटर महंगी होने से इरीगेशन सिस्टम महंगा हो जाएगा |