Borewell Price,Borewell Price In India, बोरवेल प्राइस इन इंडिया, Identify Suitable Site For Borewell,Common Methods For Drilling Borewells,Borewells Standard Diameter Drilled For Domestic Purposes, Types Of Casing Pipes Used In Borewells, types of pumps suitable for borewells, Charges Calculated For Drilling Borewell, बोरवेल ड्रिलिंग के शुल्क की गणना

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Borewell Price In India बोरवेल प्राइस इन इंडिया

भूजल के संरक्षण हेतु ऐसे व्यक्ति या समूह जो पानी की आवश्यकता पूर्ति हेतु बोरवेल/नलकूप के पानी पर आधारित हैं। उन्हें बोरवेल के निर्माण करने से पहले केन्द्रीय भूजल प्राधिकरण से आज्ञा लेना अनिवार्य कर दिया गया है। ये आदेश राष्ट्रिय हरित अधिकरण द्वारा भूजल के स्तर में लगातार आ रही गिरावट को देखते हुए किया गया है। इसके अतिरिक्त अब बोरवेल खुदवाने वाले मालिक को बोरवेल के समीप एक सूचना पट लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है। इस सूचना पट पर बोरवेल बनाने वाली एजेंसी का पता, बोरवेल का उपयोग करने वाले मालिक नाम एवं पता लिखना होगा। भारत के विभिन्न प्रान्तों में जलवायु के आधार पर भूगर्भीय जल के स्तर में अंतर पाई जाती है। भूजल के स्तर के अनुसार बोरवेल ड्रिलिंग मशीन का प्रयोग होता है। आइये जाने भारत में बोरवेल की लागत की गणना कैसे की जाती है।

Identify Suitable Site For Borewell बोरवेल के लिए उपयुक्त स्थल की पहचान करना 

वर्टिकल इलेक्ट्रिकल साउंडिंग उपकरण घरेलु बोरवेल के लिए उपयुक्त स्थान के अन्वेषण हेतु उपयोग किए जाने वाले सामान्य जियोफिजिकल तरीकों में से एक है। सर्वेक्षण करने के लिए बोरेवेल निर्माण के स्थान के आसपास पर्याप्त खुला क्षेत्र होना आवश्यक है। बोरवेल के लिए उपयुक्त स्थान की पहचान के लिए भूवैज्ञानिक लगभग रूपए 1500 से 5,000 का शुल्क लेते हैं।

इसके अतिरिक्त अन्य जियोफिजिकल सर्वेक्षण के तरीकों का उपयोग किन्हीं जटिल भौगोलिक परिस्थितयों की दशा में किया जाता है। जो अधिक मँहगे पड़ते है। हलांकि पारंपरिक तरीके से लकड़ी की छड़ें या चुंबकीय ब्लॉक के उपयोग द्वारा भी बोरवेल साइटों की पहचान की जा सकती है। किन्तु इस विधि का उपयोग करने से सटीक परिणाम मिलना आवश्यक नहीं होता हैं।

Common Methods For Drilling Borewells बोरवेल ड्रिलिंग के सामान्य तरीके

बोरवेल ड्रिलिंग के लिए अपनाए जाने वाले तरीके स्थान विशेष के भौगोलिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है। जैसे –  जलोढ़, बोल्डररी और हार्ड रॉक, लागत कारक, बोरवेल की गहराई और गहराई का उद्देश्य आदि।

बोरवेल ड्रिलिंग के लिए सामान्यतः उपयोग किये जाने वाले तरीके :

  • वाटर जेटिंग- इस विधि का प्रयोग उथले बोरवेल के लिए अपनाया जाता है।

  • कैलिक्स ड्रिलिंग – हार्ड रॉक और जलोढ़ संरचना दोनों में उथले बोरवेल के लिए इस ड्रिलिंग विधि को अपनाया जाता है।

  • टक्कर (Percussion) ड्रिलिंग – बोल्डररी गठन में गहरी छिद्र करने के लिए इस ड्रिलिंग विधि को अपनाया जाता है।

  • रोटरी ड्रिलिंग – इस विधि का प्रयोग सामान्यतः जलोढ़ संरचनाओं में बड़े और गहरे बोर ड्रिलिंग के लिए उपयोग किया जाता है।

  •  हैमरिंग (डीटीएच) ड्रिलिंग नीचे – हार्ड रॉक संरचनाओं में बड़े और गहरे बोरवेल ड्रिलिंग के लिए अपनाया जाता है।

Borewells Standard Diameter Drilled For Domestic Purposes घरेलू उपयोग के लिए ड्रिल किए जाने वाले बोरवेल्स का व्यास

  • आम तौर पर व्यक्तिगत घरेलू उपयोग के लिए 4.5 व्यास के बोरवेल की ड्रिलिंग की जाती है।
  • बड़े अपार्टमेंट के जल उपयोग की आवश्यकता पूर्ति हेतु 6 इंच व्यास के बोरवेल की ड्रिलिंग की जाती है।
  • कृषि उपज के लिए जल की आवश्यकता पूर्ति हेतु 6 इंच व्यास के बोरवेल ड्रिल की जाती है।

Types Of Casing Pipes Used In Borewells बोरवेल में उपयोग किए जाने वाले पाइप 

कांसेप्ट ब्रांड के इस पाइप की कीमत रुपये 52/ मीटर होगी। पीवीसी पाइप पाइप बोरेवेल में उपयोग किए जाते हैं।स्लेटेड पीवीसी पाइपों का उपयोग बोरवेल के साइड की दीवारों को ढहने से बचाने के लिए और बोरवेल में बारीक रेत के प्रवेश को रोकने के लिए रेतीले क्षेत्रों किया जाता है।

types of pumps suitable for borewells बोरवेल के लिए उपयुक्त पंपों के प्रकार

  • भारत में व्यक्तिगत /बहुमंजिले इमारत हेतु जल की आवश्यकत पूर्ति के लिए जेट, कंप्रेसर और सबमर्सिबल पंप का प्रयोग बोरेवेल में किया जाता है।
  • जेट पंप 150 फीट तक की गहराई के लिए उपयुक्त होते हैं। ये पम्प बोरवेल के ऊपर या समीप, जमीन के स्तर से ऊपर स्थापित किये जाते हैं।

  • यदि भूजल कम गहराई पर हो तो सबमर्सिबल अथवा कंप्रेसर पंप का उपयोग किया जाता है।
  • सबमर्सिबल पंप

  • कंप्रेसर पंप

Charges Calculated For Drilling Borewell बोरवेल ड्रिलिंग के शुल्क की गणना 

बोरवेल के आकार एवं माप के आधार पर उसमें लगे सामान की लागत एवं परिवहन शुल्क के अनुसार बोरवेल के शुल्क की गणना की जाती है :

  • प्रति फीट ड्रिलिंग की लागत के हिसाब से शुल्क देना होता है यदि ज्यादा गहराई पर पानी हो तो ऐसे बोरवेल ड्रिलिंग का शुल्क स्लैब चार्जेज के अनुसार देना होता है।
  • स्लैब चार्जेज में शुल्क के लागत की गणना फिक्स्ड रेट या प्रति यूनिट के हिसाब से देना पड़ सकता है।
  • प्रति फीट आवरण पाइप की लागत।
  • प्रति फीट बोरवेल ड्रिलिंग और इंस्टालेशन की लागत शुल्क।
  • ड्रिलिंग के बाद बोरवेल को फ्लश करने के लिए प्रति घंटे फ्लशिंग चार्ज और
    प्रति किमी निकटतम शहर से साइट पर रिग के परिवहन का शुल्क।

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