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राष्ट्रिय पोषण मिशन योजना 2017-18 । Rashtriya Poshan Mission Scheme 2017-18
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 8 मार्च 2018 को मिहला दिवस के अवसर पर राजस्थान के झुंझुनू में सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत किया गया। इस योजना के तहत ठिगनेपन, जन्म के समय नवजात शिशु के वजन में कमी, रक्त की कमी, भोजन में पोषक तत्वों का असंतुलन आदि के निवारण हेतु नियम बनाये जायेंगे। योजना के द्वारा व्यापक स्तर पर कुपोषण मुक्त भारत अभियान चलाया जायेगा।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गाँधी के अनुसार इस योजना से लगभग 10 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। पोषण मिशन योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु देश के सभी राज्यों के जिले को तीन वार्षिक चरणों में योजनाबद्ध रूप से शामिल किया जायेगा।
पहले चरण 2017-18 में 315 जिले, दूसरें चरण 2018-19 में 235 जिले तथा तीसरे चरण 2019-20 में शेष जिलों को राष्ट्रिय पोषण मिशन योजना के अंतर्गत शामिल किया जायेगा।
देश से कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए विभिन्न योजनाओं के द्वारा कुपोषण की समस्या पर सर्वेक्षण के आधार पर निदान के उपायों का संचालन किया जायेगा। देश के जिलों में क्रियान्वित आंगनबाड़ी संस्थाओ एवं कर्चारियों को तकनिकी सुविधाएँ उपलब्ध करायी जाएँगी।
राष्ट्रिय पोषण मिशन योजना को 2017-2020 के मिशन के तहत रूपए 9046.17 करोड़ के बजट से क्रियान्वित किया जायेगा।
योजना का उद्देश्य (Yojana ka Uddeshy):
- राष्ट्रिय पोषण मिशन के तहत 0-6 वर्ष के आयु के बच्चों में ठिगनेपन को राष्ट्रिय स्तर पर 34.6% से घटाकर 25% करना है इसे मिशन 25 का नाम दिया गया है।
- कुपोषण की समस्याओं से निदान पाने के लिए देश में पहले से संचालित स्वास्थ एवं परिवार कल्याण से सम्बंधित योजनाओं के सर्वेक्षण के विश्लेषण के आधार पर राष्ट्रिय स्वास्थ मिशन में कार्यो एवं उपायों को शामिल करना है।
- राष्ट्रिय स्वास्थ मिशन के सुनियोजित रूप से लक्ष्य को हासिल करने हेतु निगरानी के लिए निति आयोग की अध्यक्षता में एक तकनिकी यूनिट का गठन किया जायेगा।
- ऐसी आंगनबाड़ी, आशा एवं एनएनएम की टीम को पुरस्कृत किया जायेगा, जिन्होंने राष्ट्रिय पोषण मिशन के तहत रक्त की कमी एवं पोषण की कमी में सुधार करने में विशेष योगदान दिया है।
- आंगनबाड़ी के प्रत्येक कर्मियों को डाटा के सही सूचि का निर्माण तथा मिशन के तहत जानकारी एकत्र करने हेतु गृहों का दौरा करना आदि कार्यों को सुचारू रूप से करने हेतु प्रोत्साहन राशि के रूप में रूपए 500 प्रदान किया जायेगा।
एनएनएम का लक्ष्य (National Nutrition Mission ka lakshy):
नेशनल न्यूट्रीशन मिशन के अंतर्गत 2017-2020 के मिशन के तहत बच्चों, महिलाओं, किशोरियों एवं गर्भवती महिलाओं में कुपोषण, रक्त की कमी तथा नवजात शिशु के वजन में कमी तथा 0-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चो में ठिगनेपन की समस्या को कम करना है। इस आधार पर मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य निम्नलिखित है :
राष्ट्रिय पोषण मिशन की कार्यप्रणाली (एनएनएम ki karypranali):
- आईसीटी आधारित रियल टाइम निरिक्षण प्रणाली के माध्यम से मिशन के कार्यो को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिए कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेर का निर्माण किया जायेगा।
- डाटा का सटीक संग्रह करने के लिए सभी आंगनबाड़ी महिला कर्मचारियों को स्मार्ट फ़ोन तथा महिला सुपरवाइजरों को टेबलेट दिया जायेगा।
- सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को वजन एवं कद को ठीक से रिकॉर्ड करने हेतु विकास निगरानी उपकरण जैसे – इन्फैंटो मीटर, स्टैडीयो मीटर आदि उपलब्ध कराये जायेंगे।
- वजन की कमी, विकास में रूकावट तथा ठिगनेपन का पता लगाने के लिए आंगनबाड़ी कर्मचारी महिलाये प्रत्येक महीने वजन एवं हर तीसरे महीने लम्बाई / ऊँचाई एप्लीकेशन सॉफ्टवेर के माध्यम से रिकार्ड करेंगी।
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