Product Linked Incentive Scheme प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना

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Product Linked Incentive Scheme प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया आदि योजनाओं को शुरू करने के फलस्वरूप भारत में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत 1 अप्रैल 2020 में घरेलू उत्पादों की बिक्री को बढ़ाने एवं आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना शुरू करने की घोषणा की गयी है। इस योजना के तहत दूरसंचार, औषधि, ऑटोमोबाइल, वस्त्र सहित दस क्षेत्रों के लिए प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना को मंजूर किया गया है। योजना के क्रियान्वयन के लिए कुल 145980 करोड़ रूपये का बजट निर्धारित किया गया है। योजना के संचालन से देश में उत्पादों के आयात पर निर्भरता में कमी आएगी और रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे। एक अनुमान के अनुसार आगामी पाँच वर्षों में प्रत्यक्ष रूप से लगभग 3 लाख नए रोजगार पैदा होंगें। पीएलआई योजना के तहत वर्ष 2019-20 के बाद से पाँच वर्ष की अवधि के लिए विनिर्माण इकाइयों को 4% से 6% तक की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। आइये जाने योजना की विस्तृत जानकार।

PLI scheme implemented in ten Manufacturing Sectors  पीएलआई योजना दस विनिर्माण क्षेत्रों में लागू

योजना को मंजूरी वाले दस विनिर्माण क्षेत्र निम्नलिखित हैं :

  • एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी
  • इलेक्ट्रॉनिक प्रौधोगिकी उत्पाद
  • ऑटोमोबाइल एवं ऑटोमोबाइल कल -पुर्जे
  • फार्मास्युटिकल ड्रग्स
  • दूरसंचार एवं नेटवर्किंग उत्पाद
  • वस्त्र उत्पाद
  • खाद्य उत्पाद
  • उच्च दक्षता सौर पीवी (photo voltaic) सेल्स मॉड्यूल
  • व्हाइटगुड्स (एसी और एलईडी)
  • विशिष्ट स्टील

उपर्युक्त क्षेत्रों की उद्योगों में निर्मित उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने से विश्व स्तर पर भारतीय निर्मातों को प्रतिस्पर्धी बनने को प्रोत्साहन मिलेगा। फलस्वरूप देश की निर्यात क्षमता में वृद्धि होगी। योजना के अंतर्गत शामिल विनिर्माण इकाइयों को 4%-6% तक प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम का लाभ प्राप्त होगा।

Product Linked Incentive Scheme Benefits  प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना के लाभ

  • योजना का कार्यकाल आगामी पाँच वर्षों के लिए स्वीकृत किया गया है। जिसके तहत विनिर्माण इकाइयों को नकद प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
  • यह योजना विदेशी कंपनियों को भारत में उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित करेगी।
  • पीएलआई योजना के तहत फार्मास्युटिकल ड्रग्स के अंतर्गत जटिल जेनरिक, एंटी कैंसर और डायबिटिक दवाएं,इन -विट्रो डायग्नोस्टिक डिवाइस और विशेष खाली कैप्सूल शामिल किये गए हैं।
  • दस विशिष्ट क्षेत्रों में लागू पीएलआई योजना से निर्यातक की प्रतिस्पर्धा में भारत को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी। इन क्षेत्रों में निवेश को निर्माता प्रोत्साहित होंगे। जिससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगी।
  • उत्पादों के निर्यात की प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से भारतीय उद्योगों को विदेशी प्रतिस्पर्धा और विचारों को जानने का अवसर प्राप्त होगा। जिससे कुछ नया करने और  उत्पादों के विनिर्माण की क्षमताओं में सुधार करने में सहायता मिलेगी।
  • उत्पादों के निर्यात में वृद्धि होने से देश की माइक्रो, स्माल एंड मीडियम उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
  • देश में नए रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी।
  • देश के युवा उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित होंगे।

प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव योजना की जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करिए।

अधिक जानकारी के लिए विडियो देखिये For more information watch video below:

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