बिजली का झटका लगने पर प्राथमिक उपचार | करेंट लगने पर प्राथमिक उपचार | First Aid On Electric Shock

बिजली का झटका लगने पर प्राथमिक उपचार | करेंट लगने पर प्राथमिक उपचार | First Aid On Electric Shock

बिजली का झटका तब माना जाता जाता है जब आप के शरीर से बिजली होकर गुजर जाती है तो ऐसी सिचुएशन को करंट लगना या बिजली का झटका लगना कहा जाता है कई बार यह छोटा सा हो सकता है और कई बार यहां बहुत खतरनाक हो सकता है बिजली के झटके की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है किस तरीके की बिजली से करंट लगा है प्राया अल्टरनेट करंट  कम हानिकारक होता है अपेक्षाकृत डायरेक्ट करंट से | बिजली के झटका लगने से शरीर के ना सिर्फ अंदरूनी अंग को नुकसान पहुंचता है बल्कि उन्हें पूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है साथ ही साथ साथ बाहरी अंग भी जला सकता है
बिजली का झटका को कही भी कैसे भी लग सकता है जैसे कि पावर लाइन, घर की लाइट,या फिर किसी तरह का बिजली से चलने वाला उपकरण के इस्तेमाल से कई बार चलते हुए बिजली के उपकरण के वायर को बच्चे लोग मुंह में ले ले लेते हैं उसकी वजह से से भी बच्चों को झटका लग सकता है
कई बार आयामओ अलावा भी अन्य कारण होते हैं जिससे झटके की गंभीरता बढ़ सकती है
जैसे कि
वोल्टेज
बिजली के संपर्क की समय अवधि समय अवधि
करंट का प्रकार जैसे कि  अल्टरनेट करंट ज्यादा गंभीर होता है है डाईरेक्ट् करंट से
कभी बिजली का झटका लगने के बाद आपको लगे की हालात गंभीर नहीं है पर फिर भी चिकित्सा जांच जरूरी होती है ताकि अगर अंदरूनी हानि हुई हो तो समझ में आ सके उसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए ताकि जांच पूरी तरह से हो सके और जाना जा सके जा सके कि शरीर के अंदर तो किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है

बिजली के झटके के लक्षण :-

बेहोशी
शरीर में ऐंठन
सुन्न हो जाना
झुनझुनी होना
सांसो में समस्या
सर दर्द
नजर में परेशानी य सुनने में परेशानी
जल जाना
नब्ज में गड़बड़ी हो ना

बिजली का झटका लगने पर क्या करें :-
सबसे पहले अगर किसी को को बिजली लग रही है तो उसे सीधा अपने हाथ से ना पकड़े उसे किसी ना किसी प्लास्टिक या लकड़ी की मदद से से अलग करें या फिर पावर कट कर दे ताकि आपको करंट ना लग जाए ध्यान रहे पानी में करंट बहुत तेजी से फेलता है तथा किसी भी तरीके की धातु में भी करंट बहुत तेजी से फैलता है अतः किसी तरह की धातु का इस्तेमाल ना करें ताकि आपको भी करंट लग सके
एक बार जब करंट बंद कर दिया जाए तो सबसे पहले जिसे करंट लगा है उसकी नब्ज देखें अगर जरूरत पड़े तो सीपीआर दे जब तक की इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा ना सके

बिजली के झटके में दिए जाने वाला इलाज :-

बिजली के झटके के आयाम और  चोट के आधार पर ट्रीटमेंट किया जाता है
जलने की हालत में एंटीबायोटिक बैंडडेज् और पट्टी की जाती है
दर्द निवारक दवाइयां दी जाती है
जरूरत अनुसार आईवी फ्लूड दिया जाता है
टिटनेस का इंजेक्शन दिया जाता है